- संजय निकुंज उद्यान पंडरीपानी: Sanjay Nikunj Udyan Pandripani
परिचय
शासकीय उद्यान रोपणी पंडरीपानी जो संजय निकुंज के नाम से भी जानी जाती है, यह एक सरकारी उद्यान है। यहाँ से आसपास के कृषकों को उद्यानिकी फसल जिसमें पेड़ पौधे शामिल हैं, उपलब्ध कराया जाता है।
स्टाफ
इस नर्सरी में निम्न स्टाफ हैं:
1. 1 उद्यान अधीक्षक।
2. 3 ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी।
3. 4 माली।
4. 9 मजदूर।
उपलब्ध पौधे
इस उद्यान में निम्न. प्रजातियों के पौधे किसानों हेतु उपलब्ध होते हैं:
(A): फलदार पौधे
1. आम- कलमी आम.
2. लीची- उन्नत किस्म।
3. बेर- उन्नत किस्म।
4. करौंदा।
5. सीताफल.
6. जामुन.
7. पपीता.
8. नींबू इत्यादि।
(B): पुष्प वाले पौधे
1. गुलाब फूल।
2. गेंदा फूल।
3. मदार इत्यादि।
पौधे प्राप्त करने की प्रक्रिया
पौधे दो विधियों से प्राप्त किये जा सकते हैं:
1. खरीदी के द्वारा।
2. विभागीय योजना अंतर्गत।
पौधों की खरीदी करने पर पौधों की प्रजाति के अनुसार प्रति पौधा 10 रु. से 50 रु. तक के होते हैं। हालाँकि बिक्री की दर बदल सकती है।
यदि कोई किसान खरीदी न करना चाहे तो वह अपने आवश्यक कागजात जैसे आधार कार्ड, बी-1, बैंक पासबुक की छायाप्रति था पासपोर्ट साइज के फोटो जमा कर निःशुल्क पौधे प्राप्त कर सकता है। हालाँकि विभागीय अधिकारियों द्वारा किसान के फील्ड का भ्रमण किया जाता है।
स्थिति
यह नर्सरी पंडरीपानी से और तमामुण्डा चर्च को जोड़ने वाली मुख्य सड़क के दाहिनी ओर स्थित है। यही रोड़ आगे फरसाबहार तक जाती है।
लैंडमार्क: नर्सरी के पास ही बोखी नामक गाँव के अंतर्गत नर्सरी के बगल से बहने वाली नाले के ठीक ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निर्मित गोठान है, जो नरवा, गरवा, घुरवा योजना का एक हिस्सा है।
उत्पादन एवं बिक्री
नर्सरी में विभिन्न फलदार एवं सब्जी वाले फसलों की खेती की जाती है। जिसके उत्पादों के विक्रय पश्चात प्राप्त लाभ को सरकारी खजाने में जमा किया जाता है।
बड़े क्षत्रों में लगे फसलों जैसे आम व नींबू को ठेके में दिया जाता है।
तकनीक
इस नर्सरी में ग्रीन हॉउस एवं पॉलीहॉउस जैसी आधुनकि संरचनाएं स्थापित की गई हैं।
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