Paddy Straw Mushroom Photo (Images)

Image 01: Paddy Straw Mushroom Shade

Image 02: Paddy Straw Mushroom Mycelium

Image 03: Paddy Straw Mushroom Germinating Pinhead

Image 04: A Paddy Straw Mushroom Pinhead

Image 05:  More Numbers of Paddy Straw Mushroom Pinhead

Image 06: A Bunch of Paddy Straw Mushroom Pinhead

Image 07: Developing Pinheads

Image 08: Developed Mushroom Pinheads

Image 09: A Pair of Fully Opened Mushroom Pinheads

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प्रक्रिया

सबसे पहले धान के पुआल की कटाई की जाती है। कटाई करने के लिए कुट्टी हाथ से चलाई की जाने वाली हंसिया का उपयोग किया जा सकता है। यहां चित्र में दिखाए पुआल को हंसिया की सहायता से काटा गया है।

चित्र के अनुसार पैरा के बंडल्स को सीमेंट की टंकी में गहरे पानी में डुबाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि पुआल के कुट्टी द्वारा पर्याप्त मात्रा में नमी सोंख ली जाय। इस लिए यह जरूरी है की पुआल को शाम से सुबह तक पानी की टंकी में डुबोकर रखा जाय।

सुबह पैरा के बंडल्स से पानी की अतिरिक्त मात्रा को निथार लेते हैं। इसके बाद इसे छाया में सुखा देते हैं। हालांकि सुखाने के बाद भी इसमें 80% नमी की मात्रा बनी रहे।

छाया में सुखाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पैरा के बंडल्स को मशरूम बेड्स का रूप देते हैं। मशरूम बेड्स बनाते समय इसमें परत दर परत बीज मिलाते जाते हैं। इसे अच्छी तरह से समझने के लिए मुझे मेल करें।

इसके बाद बेड्स को polythene sheet से ढंक देते हैं। ऐसा करने से मशरूम बेड्स में पर्याप्त नमी और तापमान बना रहता है।

7 दिनों के बाद थैली के अंदर पैरा में पूरी तरह से मशरूम की कवक फैल जाती है। ऐसी स्थिति आने के बाद पॉलिथीन शीट को हटा दिया जाता है। 3 से 4 दिन में ही मशरूम निकलना प्रारंभ हो जाता है।

Paddy straw mushroom का उत्पादन oyster mushroom की तरह ही सरल होता है। इसमें भी सबसे बड़ी लाभ यह है कि ज्यादा invest नहीं करना पड़ता है। इसे ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में मार्केटिंग की समस्या को ज्यादा ध्यान न देते हुए भी आसानी से की जा सकती है।

इसमें निम्न. सामग्रियों का होना अति आवश्यक है:

धान का पुआल।
मशरूम की बीज।
पॉलीथीन शीट।

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