Determinate and Indeterminate Varieties of Tomato

टमाटर एक बहुत ही सामान्य और दैनिक उपयोग में आने वाली सब्जी की प्रजाति है। इसकी खेती विश्व के सभी प्रमुख सब्जी उत्पादक देशों में की जाती है। विश्व में सब्जी की प्रमुख फसल होने के साथ-साथ यह भारतवर्ष की भी प्रमुख सब्जी वाली फसल है।

हमारे देश में इसकी खेती बड़े स्तर पर की जाती है। भारत के सभी राज्यों में इसकी खेती की जाती है। कुछ उत्तरी और पूर्वांचल राज्यों को छोड़कर मध्य, पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिण भारतीय राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।

इस लेख में हम टमाटर की दो अलग तरह की वृद्धि और फलन वाली किस्मों के बारे में जानेंगे। जिन्हें निश्चित और अनिश्चित (Determinate and Indeterminate) वृद्धि वाली किस्मों के रूप में जाना जाता है।

टमाटर की सामान्य जानकारी

सामान्य नामटमाटर
इंग्लिश नामTomato
वैज्ञानिक नामSolanum lycopersicum (सोलेनम लाइकोपरसिकम)
कुलSolanaceae (सोलेनेसी)
क्रोमोजोम संख्या2n = 24
प्रकारसब्जी

वर्गीकरण: सामान्य टमाटर, ट्री टोमेटो, चेरी टोमेटो, Determinate Tomato, Indeterminate Tomato.

इसमें से हम Determinate और Indeterminate Tomato के बारे में जानेंगे।

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1. Determinate Varieties of Tomato (टमाटर की निस्चित वृद्धि वाली किस्में)|

2. Indeterminate Varieties of Tomato (टमाटर की अनिस्चित वृद्धि वाली किस्में)|

Determinate Varieties of Tomato (टमाटर की निस्चित वृद्धि वाली किस्में)

टमाटर की निस्चित वृद्धि वाली किस्में ऐसी किस्में होती हैं जो एक निश्चित ऊँचाई तक ही वृद्धि करती हैं, द्वितीयक शाखाएँ न के बराबर या बहुत कम होती है। इनमें सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि शीर्ष शाखा में फूल-फलन होने के पश्चात वृद्धि वहीँ रुक जाती है, अन्य नई शाखाएँ नहीं निकलती हैं।

लाभ

1. फसल को अधिक घनत्व में लगाया जा सकता है (High Density Planting)।

2. कम पानी की आवश्यकता होती है।

3. फसल का जीवन चक्र कम होता है।

टमाटर की निश्चित वृद्धि वाली कुछ किस्मों की उदाहरण

1. Sioux.
2. Pusa Red Plum.
3. Pusa Red Dwarf.
4. Pusa Ruby.
5. HS110.

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Indeterminate Varieties of Tomato (टमाटर की अनिस्चित वृद्धि वाली किस्में)

टमाटर की अनिस्चित वृद्धि वाली किस्में ऐसी किस्में होती हैं जिनकी ऊँचाई निश्चित नहीं रहती। अर्थात इनकी वृद्धि और फलन साथ-साथ होती रहती है। द्वितीयक शाखाओं की संख्या अधिक होती है। इनमें सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि शीर्ष शाखा में फूल-फलन होने के पश्चात वृद्धि रुकती नहीं, बल्कि यह होती रहती है। इस प्रकार फलन-फूलन के साथ ही अन्य नई शाखाएँ निकलती रहती हैं।

खेती की तकनीकी

1. खेतों में staking की जाती है। इसके लिये बाँस और प्लास्टिक की रस्सियों का उपयोग किया जाता है।

2. प्लास्टिक मल्च का उपयोग बहुत जरूरी है।

लाभ

1. प्रति एकड़ उत्पादन बहुत अधिक होती है।

2. पॉलीहाउस के लिए उपयुक्त है।

टमाटर की अनिश्चित वृद्धि वाली कुछ किस्मों की उदाहरण

1. Co 2.

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