Chakra Pooja (puja): History, reason, and month of worship

चक्रपूजा क्या है?

Chakra Pooja or Chakra puja (चक्रपूजा) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिले (Jashpur district) में कुम्हार समाज के लोगों के द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली विष्णु भगवान की पूजा से संबंधित एक धार्मिक प्रथा है। वार्षिक पूजा की यह प्रथा कई दशकों पुरानी है।

पूजा स्थल में श्री विष्णु भगवान की मूर्ति

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चक्रपूजा के आयोजन से संबंधित कारण

भगवान विष्णु के अस्त्र-शस्त्रों में सुदर्शन चक्र एक सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली अस्त्र है। कुम्हार समाज में ऐसी मान्यता है की भगवान विष्णु ने अपना सुदर्शन चक्र उन्हें दिया था, तथा इसी चक्र का उपयोग कर उन्होंने मिट्टी से बर्तन निमार्ण करने का कार्य प्रारंभ किया।

कुम्हारों द्वारा भगवान विष्णु को अपना पालनहार माना जाता है। इस दुनिया में पालनहारों की पूजा सर्वत्र किया जाता है। अतः कुम्हारों के द्वारा भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इसी पूजा को जशपुर जिले के कुम्हार समाज के लोगों के द्वारा एक बहुत ही विशेष त्योहार के रूप में किया जाता है जिसे चक्रपूजा (Chakra Puja) की नाम से जाना जाता है।

संगठन

जिन ग्रामों में कुम्हार समाज के लोगों की अधिकता होती है उन ग्रामों के कुम्हार समुदाय के लोगों को कुछ सालों के अंतर पर पूजा आयोजित करने का अवसर दिया जाता है।

इन ग्रामों में गद्दी का गठन किया जाता है। संबंधित गद्दी को इस गांव विशेष के नाम से ही जाना जाता है। उदाहरण के लिए, तपकरा में बने चक्रपूजा समिति या गद्दी को तपकरा गद्दी के नाम से जाना जाता है।

हर गद्दी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य होते हैं। पूरे जिले के सर्वोच्च व्यक्ति को संरक्षक या गद्दी संरक्षक के नाम से जाना जाता है। वर्तमान में रनपुर ग्राम के शंभूनाथ चक्रेश गद्दी संरक्षक हैं।

प्रक्रिया

यह पूजा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। सबसे पहले किसी एक गद्दी को पूजा का अवसर दिया जाता है। पूरी पूजा 5 दिनों की होती है। पूजा के अंतिम दिन महासभा आयोजित की जाती है। महासभा के दिन यह तय किया जाता है कि अगले वर्ष पूजा किस ग्राम या गद्दी को सौंपा जायेगा। साथ ही इस दिन युवक-युवती परिचय सम्मेलन भी आयोजित किया जाता है।

(01): वर्ष 2020 में आयोजित पूजा

(02): वर्ष 2021 में आयोजित पूजा

  • वर्ष 2021 के दिसंबर महीने में यह पूजा ग्राम दुरमडीह, विकासखंड दुलदुला में संपन्न हुई।

(03): वर्ष 2022 में होने वाली पूजा

  • वर्ष 2022 के दिसंबर महीना में यह पूजा ग्राम सारूकछार, विकासखंड कांसाबेल में आयोजित की जाएगी।

Importance notice: यह लेख मूल रूप से इस ब्लॉग में प्रकाशित की गई है। इसके किसी भी अंश का उपयोग करने पर संबंधित व्यक्ति या संस्था के द्वारा इस वेबसाइट को संदर्भ दिया जाना अति आवश्यक है।

Chakra pooja Jashpur district.

External links

Note: छत्तीसगढ़ के किसी भी अन्य जिले के कुम्हार समुदाय द्वारा यह पूजा नहीं मनाई जाती है, यह मूल रूप से जशपुर के कुम्हार समाज के लोगों द्वारा ही मनाई जाती है। किसी अन्य जिले में इस पूजा से मिलती जुलती अन्य पूजा विधि देखी जा सकती है। अगर इससे संबंधित अन्य जानकारी की आवश्यकता हो तो सन 2022 के दिसंबर महीने में आयोजित की जाने वाली Chakra Pojaa, जो कि सारूकछार, विकासखंड कांसाबेल में आयोजित की जाएगी, वहां जाकर आप अधिक जानकारी ले सकते हैं।

धन्यवाद!

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