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Who is the cause of deforestation in India?

 
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Who is the cause of deforestation in India..

हमेशा यह कहा जाता है और सवाल किया जाता है कि ‘Who is the cause of deforestation in India?‘. अधिकतर समय सवाल करने वाले हम ही होते हैं। कभी न मिलने वाला जवाब भी हम ही खोजते हैं।

और, जंगल न काटें इस बात पर lecture देने का काम दिखावा करने वाली media होती है। जंगलों की सुरक्षा हेतु बिना भरोसे वाली असंख्य योजनाएँ सरकार के द्वारा बनाईं जाती हैं।

आज मैं आपको बताऊँगा की हमारे देश में जंगलों के कटे जाने या काटे जाने का अपराधी कौन है।

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Three Causes of Deforestation in India

1. Government
2. Industries
3. Scheduled Tribes of India

1. Government

जंगलों को बचाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास के रूप में कई योजनाएं बनाईं जाती है।

इनमें नवीन पौध रोपण, लकड़ियों के काटे जाने पर दण्ड का प्रावधान इत्यादि।

योजनाओं से सम्बंधित सरकार द्वारा की जाने वाली इन प्रयासों और कानून को देखकर यही लगता है कि जंगल सुरक्षित हैं।

लेकिन यह सिक्के का एक पहलू है।

वास्तव में सरकार के द्वारा की जाने वाली इस तरह के प्रयास सिर्फ formalities ही होते हैं।

उदाहरण 01. वन पट्टा अधिकार

वन पट्टा अधिकार देने का हक सरकार का होता है।

वन पट्टा सरकारी मुहर लगी हुई एक ऐसा प्रमाणपत्र है जो यह प्रमाणित कर चुकी होती है कि इस विशेष व्यक्ति द्वारा जंगल के इस विशेष भाग को काटकर खेती हेतु उपयुक्त भाग में परिवर्तित की जा चुकी।

और इसी प्रमाण पत्र को पाने के लिए आदिवासियों (उदाहरण – उराँव) के द्वारा जंगलों के पूरी तरह से दोहन कर लिया जाता है।

इस तरह की दुप्रथा छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा के विशेष  वर्ग की आदिवासियों के द्वारा निभाई जा रही है।

सरकार इनका सपोर्ट from the beginning ही करता आ रहा है, और निः संदेह आगे भी करता रहेगा।

उदाहरण 02. उद्योग और उनसे विकास के नाम पर जंगलों के काटा जाना

देश में पहले भी उद्योग और उनसे विकास के नाम पर कई वर्ग किलोमीटर के वन वृक्ष काटे गए।

औद्योगिक क्रांति के बाद इनकी बाढ़ ही आ गयी है।

विकास के नाम पर पहाड़ों में खनिज खोदे जाने हेतु अनुमति दिया जाना।

कभी-कभी जंगलों को साफ कर देने का बिल पास कर देना।

इस तरह के कार्य सरकारी और निजी संस्थानों के द्वारा किया जाता है। और इसपर अमित स्याही की मुहर सरकार के द्वारा लगाई जाती है।

सरकार और अन्य कुछ लोग जो जंगलों को बचाने के favour में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, दरअसल वे 1 पौधे लगाकर उसके साथ फोटो खिंचाने, फिर बाद में 1000 वृक्ष काटने के पक्ष में रहते हैं।

2. Industries

हर इंसान को विकास चाहिए। परन्तु सत्य यह है कि वे स्वयं की ही विकास के बारे में बात करते हैं।

आज इस देश, इस देश में ही क्या बल्कि दुनिया की हर छोटी से लेकर बड़ी industry बलिदान माँगती है, वृक्ष की बलिदान।

3. Scheduled Tribe of India

भारत में Scheduled Tribe से संबंधित लोगों के द्वारा स्थानीय रूप में बृहद पैमाने पर जंगल में वृक्षों की कटाई की जाती है।

वन पट्टा प्रमाणपत्र के लिए जंगलों की कटाई और लकड़ियों की अवैध बिक्री के लिए कटाई, ये सब आम बात हैं।

इस तरह…

1. सरकार,

2. औद्योगिक विकास और,

3. Scheduled Tribe

ये तीनों ही भारत में वनों की अंधाधुंध कटाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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