चलिये आज बात करते हैं मिडिल क्लास बातों की

पहली बात: नौकरी ही करनी है

Middle Class

यह सत्य बात है कि मिडिल क्लास जिंदगी को नौकरी स्थिरता देती है। नौकरी है तो सब संभव है। इसके दो फायदे हैं- पहली यह कि जिंदगी सेटल हो जाती है, और दूसरी यह समाज में इज्ज़त मिलती है जो शायद बिना नौकरी पेशे को न मिले। इसलिये समाज में लगभग सभी परिवार की यही सोंच है कि नौकरी मिल जाये।

Types of middle class families:

  • Lower middle class.
  • Middle class.
  • Upper middle class.

दूसरी बात: कुछ नया करने की कोशिश क्यों करें?

“करना वही है जो सब करते आ रहे हैं, नया करने की जरूरत ही क्या है? पैसा फँसाने के बाद इसका डूबना तय है।” और यह सत्य भी है, क्योंकि 99.99% मौकों पर जब एक मिडिल क्लास वर्ग के युवा परंपरागत कार्य को छोड़कर कोई नये काम पर पैसा इन्वेस्ट करते हैं तो इसके डूबने की संभावना बहुत अधिक होती है। यह स्थिति डराने के लिए काफी है।

तीसरी बात: खेलने में समय बर्बाद क्यों करें?

खेल एक ऐसी चीज है जो हमें अपने लक्ष्यों से भटकाती है। खेलने से समय की बर्बादी के सिवा कुछ मिलने वाला नहीं है। इससे दो ही बातें होंगीं- पहला- समय की बर्बादी और दूसरा- लक्ष्य से दूरी। जबकि असल बात यह है की खेल तो आपके पढ़ाई से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। खेल से अन्य किसी भी कार्य की तुलना में अधिक खुशी मिलती है।

चौथी बात: बड़ा बनना है तो सिर्फ पढ़ो

यह वाक्य मिडिल क्लास की मूलमंत्र है। आप पढेंगे तो नौकरी मिलेगी नौकरी मिलेगी तो पैसा आएगा। पैसा आयेगा तो शादी होगी। पैसा रहेगा तो बच्चों का भविष्य बनेगा। और यह क्रम जारी रहता है। अगर पढ़ाई करने के बाद आपको एक जॉब मिल भी जाता है तो जिंदगी में इससे कोई बहुत बड़ी सकारात्मक बदलाव नहीं आने वाली।

पाँचवी बात: बड़े सपने मत देखो

यह बात तो उनके हिसाब से सत्य है पर हमारे हिसाब से बिल्कुल गलत। अगर हम इसका जिक्र भी कर दें तो यह गलत है। मैं तो कहता हूं सपने देखो, क्योंकि सपना देखना तो एक प्रकृति क्रिया है। और हम सभी को पता है कि इस दिशा में मेहनत करने से जीत मिल ही जाती है।

-BY Harish Manik

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